चंडीगढ़ (रमेश कुमार) पार्सल और कूरियर सेवाओं के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी की बढ़ती चिंता को दूर करने के लिए आज 26 जून 2025 को चंडीगढ़ के एसपी क्राइम श्री जसबीर सिंह द्वारा एक जागरूकता बैठक बुलाई गई। बैठक में डीएसपी क्राइम श्री धीरज कुमार, एनसीबी से इंस्पेक्टर अमर शंकर और इंस्पेक्टर बलदेव सिंह, एसएचओ, पीएस-एएनटीएफ और चंडीगढ़ में संचालित विभिन्न कूरियर कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान, अधिकारियों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ड्रग तस्कर नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए पार्सल और कूरियर नेटवर्क का तेजी से फायदा उठा रहे हैं। इस उभरते खतरे का मुकाबला करने के लिए, प्रतिभागियों के साथ बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और निवारक उपाय साझा किए गए। हितधारकों से चर्चा और सुझावों के आधार पर, निम्नलिखित दिशानिर्देश प्रस्तावित किए गए; बुकिंग और डिलीवरी के समय प्रेषक और प्राप्तकर्ता दोनों के लिए अनिवार्य ओटीपी सत्यापन। बुकिंग काउंटर पर केवाईसी किया जाना चाहिए, जिसमें एक वैध फोटो आईडी (जैसे, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस) और एक स्थानीय पते का प्रमाण शामिल है। विदेशी नागरिकों के लिए, वैध पासपोर्ट और वीज़ा की प्रतियां अनिवार्य हैं। सत्यापित आईडी या अमान्य पते के बिना भौतिक डिलीवरी से बचना चाहिए। दवाइयों या सप्लीमेंट्स की बुकिंग के लिए पंजीकृत चिकित्सक से वैध प्रिस्क्रिप्शन अवश्य होना चाहिए। सभी बुकिंग काउंटरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए, जिनकी फुटेज कम से कम 30 दिन तक सुरक्षित रखी जा सके। कूरियर कर्मचारियों के लिए नियमित प्रशिक्षण और जागरूकता सत्र। कूरियर कंपनियों को यह भी सलाह दी गई कि वे कर्मचारियों की ड्रग सिंडिकेट के साथ किसी भी तरह की मिलीभगत को रोकने के लिए सख्त आंतरिक सतर्कता बनाए रखें। चंडीगढ़ पुलिस ने ड्रग तस्करी के खतरे को रोकने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और निवारक तंत्र को मजबूत करने में कूरियर कंपनियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की।
ड्रग्स तस्कर नशीले पदार्थ की तस्करी के लिए पार्सल और कोरियर नेटवर्क का तेजी से उठा रहे हैं फायदा
